दो जगह हो रहे युद्ध के बीच खुलने जा रहा तीसरा मोर्चा, 150 साल पुराने कब्जे पर होगी जंग!
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप में घने जंगलों से भरे एस्सेक्विबो इलाके को लेकर वेनेजुएला और पड़ोसी देश गुयाना आमने-सामने आ चुके हैं. इसके साथ ही दुनिया में हो रहे दो युद्धों के बीच तीसरा मोर्चा खुलने जा रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास के कब्जे वाले फिलीस्तीन में जारी युद्ध के बीच एक सौ साल पुराने कब्जे को लेकर वेनेजुएला की सेना गुयाना पर किसी भी वक्त हमला करने के लिए तैयार खड़ी है. वेनेजुएला में हाल ही में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की ओर से कराए गए जनमत संग्रह में एस्सेक्विबो को अपने अंदर शामिल करने पर जनता ने सहमति दे दी है. दूसरी ओर अमेरिका ने गुयाना को समर्थन देने फैसला किया है और रूस इस मामले में वेनेजुएला के साथ खड़ा हुआ है. इस बीच गुयाना की जनता में युद्ध के हालात को लेकर आशंकाओं के बादल छाए हुए हैं
वेनेजुएला की राजधानी काराकस में बीते दिनों हुए जनमत संग्रह के बाद राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने वेनेजुएला की सार्वजनिक यानी सरकारी मालिकाना हक वाली कंपनियों को स्थानीय सहायक कंपनियों के निर्माण का आदेश दिया है. इस आदेश के तहत खनिल तेल की दिग्गज कंपनी पीडीवीएसए और खनन समूह कॉरपोरेशन वेनेज़ोलाना डी गुयाना से मादुरो ने कहा, ‘हमारे एस्सेक्विबो के पूरे क्षेत्र में तेल, गैस और खदानों की खोज और दोहन के लिए परिचालन लाइसेंस दिए जाएं.’ इसके बाद गुयाना के साथ युद्ध की आशंका मजबूत हो गई. क्योंकि एस्सेक्विबो के पूरे क्षेत्र पर फिलहाल गुयाना का कब्जा है. इसको देखते हुए वेनेजुएला की फौज ने गुयाना पर किसी भी वक्त हमले की तैयारी कर ली है. इसके फौरन बाद अमेरिका और रूस समेत दुनिया के कई देशों के बयान सामने आने लगे हैं.
एस्सेक्विबो को लेकर वेनेजुएला में क्यों करवाया गया जनमत संग्रह
ब्राजील की सीमा से लगा एस्सेकिबो क्षेत्र गुयाना का दो-तिहाई हिस्सा है. 61,600 वर्ग मील (159,500-वर्ग-किलोमीटर) क्षेत्रफल वाला एस्सेकिबो क्षेत्र लगभग ग्रीस के आकार के बराबर है. वेनेजुएला के ताकतवर राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने घने जंगलों, अरबों डॉलर के तेल भंडार और खनिजों से भरे एस्सेक्विबो क्षेत्र पर अपना कब्जा चाहता है. वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की ओर से इसके लिए कराए गए जनमत संग्रह में लोगों ने अपनी सहमति भी दे दी है. इस दौरान वेनेजुएला के की जनता से सवाल पूछा गया है कि क्या वे एस्सेक्विबो क्षेत्र को देश में शामिल करने का समर्थन करते हैं. इसके अलावा जनमत संग्रह के दौरान वेनेजुएला की ओर से दावा किया गया है कि 150 साल पहले जब सीमा का बंटवारा हुआ तब गुयाना ने एस्सेक्विबो क्षेत्र को हड़प लिया था. हालांकि, वेनेजुएला के राष्ट्रीय चुनाव परिषद ने जनमत संग्रह के दौरान अब तक केवल एक करोड़ वोटों की गिनती की है. फिर भी एक दिन बाद ही राष्ट्रपति ने सरकारी कंपनियों को लाइसेंस जारी करने का आदेश दे दिया.
