I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में पहुंची 17 पार्टियां
लोकसभा चुनावों के कथित सेमीफाइनल के बाद विपक्ष के इंडिया अलायंस की एकता कमजोर होती दिख रही है. हिंदी हार्टलैंड में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में करारी हार के बाद महागठबंधन के दलों का भरोसा मानो कुछ कमजोर हुआ है. ऐसे में संसद के शीतकालीन सत्र के मुद्दों पर चर्चा करने और I.N.D.I.A गठबंधन की रणनीत तय करने के लिए गठबंधन के नेताओं ने बुधवार की शाम मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर मुलाकात की. आपको बताते चलें कि बैठक में 17 राजनीतिक पार्टियों के नेता पहुंचे, लेकिन कई दलों ने खरगे के घर जाने से परहेज किया.
आपको बताते चलें कि विपक्षी गठबंधन की महाबैठक पहले बुधवार को होनी थी लेकिन उसे स्थगित कर दिया गया. खड़गे के घर हुई बैठकी की जानकारी देते हुए कांग्रेस के सांसद सैयद नसीर ने कहा, ‘लोकसभा और राज्यसभा के भारतीय गठबंधन के नेताओं की नियमित बैठक सुबह नहीं हो पाई थी इसलिए सभी दलों के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पहुंचे थे. अध्यक्षता खड़गे और राहुल गांधी ने की. इस दौरान आगामी विधेयकों समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई.’
17 दलों के नेता पहुंचे, कई पार्टियां रहीं नदारद
आपको बताते चलें कि इससे पहले, कांग्रेस ने पटना, बेंगलुरु और मुंबई में आयोजित तीन पिछली बैठकों के बाद 6 दिसंबर को गठबंधन की अगली बैठक की घोषणा हुई थी. खड़गे के घर हुई हालिया बैठक में 17 राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे. आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चढ्ढा समेत कई नेता मौजूद रहे, लेकिन कई दलों के दिग्गजों ने इस मुलाकात से दूरी बनाई.
इन दलों की बात करें तो समाजवादी पार्टी (SP), डीएमके (DMK), जनता दल यूनाइटेड (JD-U) और टीएमसी (TMC) समेत कई दलों के नेता इस बैठक से दूर रहे.
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन सहित गठबंधन के कई शीर्ष नेता शामिल नहीं हुए. लिहाजा बैठक को किसी और तारीख के लिए स्थगित कर दिया गया था.
नेताओं ने दी सफाई
मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस से नाराज अखिलेश यादव के बारे में बताया जा रहा है कि उन्होंने 6 दिसंबर को अपना कोई महत्वपूर्ण कार्यक्रम पहले से तय कर रखा था. वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें बैठक की तारीख की जानकारी नहीं थी, उनके भी 6 दिसंबर को अन्य काम पहले से तय थे. नीतीश कुमार के बारे में बताया जा रहा है कि वो बीमार थे इसलिए बैठक में नहीं पहुंचे.
सहयोगियों की सफाई
तमिलनाडु के चीफ मिनिस्टर एमके स्टालिन की गैरमौजूदगी को लेकर शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘चेन्नई में बाढ़ के हालात हैं, ऐसे में उम्मीद करना कि स्टालिन अपने लोगों को छोड़कर बैठक में आएंगे, ये सही नहीं है.’ वहीं गठबंधन में पनप रही तमाम अंतर्कलह के बीच, टीएमसी ने आगामी आम चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज करने के लिए जल्द से जल्द सीट-बंटवारे की बातचीत, एक सामूहिक वॉर रूम स्थापित और इंडिया अलायंस के घोषणापत्र को अंतिम रूप देने पर फोकस करने की बात कही है.
