*अनिश्चितकालीन धरना के 100 दिन हुए पूरे*
*अब तक धरना स्थल पर नहीं पहुंचे शासन प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि*
रोसड़ा अनुमंडल को जिला का दर्जा दिलाने हेतु सिनेमा चौक स्थित टावर परिसर में चल रहे अनिश्चितकालीन धरना का आज 100 दिन पूरे हुए धरना का धरना की अध्यक्षता करते हुए नीतीश नायक कहा बहुत हीं दुख का विषय है कि रोसड़ा अनुमंडल वासी 100 दिनों से धरना पर बैठे हुए हैं लेकिन शासन और प्रशासन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि के कोई व्यक्ति धरनार्थियों की सुधि लेना अब तक मुनासिब नहीं समझा। इस उदासीन रवैया को देखते हुए लगता है बिहार में लोकतंत्र की व्यवस्थाएं समाप्त हो चुकी है रोसड़ा अनुमंडल जिला के मानकों पूरा करता है इसके बावजूद भी रोसड़ा को जिला का दर्ज नहीं दिया जाना घोर निंदनीय है। हम रोसड़ावासी तब तक इस मांग को लेकर लड़ाई जारी रखेंगे जब तक रोसड़ा का सम्मान और अधिकार मिल नहीं जाता। वहीं डाॅ. प्यारे मोहन ने स्थानीय विधायक और सांसद को बाहरी बताते हुए इस ज्वलंत मुद्दा को नहीं पूरा किया जाना क्षोभ पूर्ण है और वह लोग सत्ता के शिखर पर बैठने के बाद यहां के आम जनता की जन समस्या के को नजरअंदाज करते हुए रोसड़ा को बदहाल स्थिति में छोड़ दिया इन लोगों के वजह से ही रोसड़ा बदहाली का शिकार बना हुआ है धरना के नेतृत्व कर्ता युवा नेता सह अधिवक्ता मिश्रा विश्व बारूद ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बिहार सरकार के नेताओं पर रोसड़ा अनुमंडल वासियों की 30 वर्षों से लंबित मांग को अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा बिहार सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधि तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं वह रोसड़ा अनुमंडल की जनता को सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करना जानते है चुनाव नजदीक आते हैं वह लोग घड़ियाली आंसू बहते हैं और यहां की भोली भाली जनता को ठग कर वोट लेकर सो जाते हैं तथा यहां की जन समस्या और जनहित के कार्यों के प्रति उनकी रवैया सदैव उदासीन रही है उन लोगों के द्वारा चुनाव जीतने के बाद आज तक कोई जन कल्याण का कार्य नहीं हुआ तथा नाहीं जन समस्या को दूर करने का प्रयत्न किया है हम लोग इस बार आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए बैठे हुए हैं आने वाले दिनों में इस ज्वलंत मुद्दा को अनदेखी करना राजनीतिक दल के राजनेताओं को महंगा पड़ेगा तथा अनुमंडल क्षेत्र में वोट बहिष्कार भी करने की बात कही। धरना में विवेक कुमार, ऋषभ किशोर सिंह, रमण कुमार पासवान, सचिन देव चौधरी, डाॅ. प्यारे मोहन, आशीष कुमार, मोनू कुमार, मनीष कुमार, अमन कुमार, अमृत कुमार ठाकुर, चंदन कुमार, प्रशांत कुमार, नितीश नायक, पिंकेश कुमार, मोहम्मद इम्तियाज, डाॅ. कमलेश बाबू, मोनू ठाकुर, समर सिंह इत्यादि अनुमंडल वासी मौजूद थे।