साइबर क्राइम में जामताड़ा से भी आगे निकल रहा बिहार
साइबर क्राइम की जब बात होती है तो सबसे जहन में सबसे पहले झारखंड का जामताड़ा जिला याद आता है. पिछले कई वर्षों से ये जिला साइबर फ्रॉड का हॉटस्पॉट बना हुआ है. यहां से हो रहे साइबर फ्रॉड की वजह से कई राज्यों की पुलिस परेशान है. कहते हैं कि यहां अगर पिता जेल चला जाता है, तो उसका बेटा इस धंधे को संभाल लेता है. जामताड़ा की तर्ज पर ही अब बिहार का नवादा जिला भी बदनाम होने लगा है. अगर ये कहें कि नवादा में साइबर अपराधियों ने जामताड़ा को भी पीछे छोड़ दिया है, तो ये भी गलत नहीं होगा. एक बार फिर से पुलिस ने नवादा से 10 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 13 मोबाइल और कस्टमर्स लिस्ट बरामद की है.
एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने इस मामले का खुलासा किया गया है. महेश कुमार चौधरी ने बताया कि मसूदा हुआ मौसमा गांव से छापामारी कर 10 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों के द्वारा कई कंपनियों के नाम पर ठगी करने का काम किया जाता है. सभी आरोपी गांव के एक बगीचा में बैठकर ही साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम देते थे. ये लोग एक-एक करके कस्टमर को फोन लगाते हैं और फिर उन्हें मकान, चिमनी, भट्टा, पेट्रोल पंप या बजाज फाइनेंस और रिलायंस फाइनेंस के नाम पर ठगते हैं.
इन लोगों ने अब तक कई राज्यों के लोगों को चूना लगाया है. इन लोगों ने उत्तर प्रदेश,अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, पंजाब, दिल्ली, बिहार के ग्रामीण लोगों के साथ बड़े पैमाने पर ठगी करने का काम किया गया है. सभी आरोपियों की पहचान भी जारी की गई है. कुछ मसूदा गांव के तो कुछ मोसमा गांव के रहने वाले हैं. मौके से आधा दर्जन से अधिक बदमाश भागने में सफल भी रहे. बता दें कि तीन दिन के अंदर नवादा पुलिस के द्वारा अब तक 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
