जिस स्पेशल बच्चे के लिए करना पड़ा संविधान में संशोधन, अब सरकार उसे देगी अवॉर्ड
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 22 जनवरी को विज्ञान भवन में 19 असाधारण बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करेंगी. वहीं 23 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी इनसे बातचीत भी करेंगे. बता दें कि 26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस परेड में ये बच्चे भी हिस्सा लेंगे. इस बार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों से 19 बच्चों का चयन किया गया है. इसमें एक बच्चा मध्य प्रदेश का है, जिसका नाम अवनीश तिवारी है.
स्पेशल चाइल्ड है अवनीश
आप जानकार हैरान हो जाएंगे कि इसी बच्चे की वजह से सरकार को संविधान में परिवर्तन भी करना पड़ा था. ये 8 साल का बच्चा स्पेशल चाइल्ड है जो आम लोगों की तरह बात भी नहीं कर पाता.
अनाथालय से लिया गोद
अवनीश को उसके पिता ने अनाथालय से गोद लिया है. गोद लेने के लिये उसके पिता को अनाथालय ने माना कर दिया था. क्योंकि अवनिश के पिता तब कुंवारे थे. नियमों के अनुसार कोई कुंवारा युवक किसी बच्चे को गोद नहीं ले सकता. जिसके बाद मेहनत कर उसके पिता ने प्रधानमंत्री से और राष्ट्रपति से मुलाक़ात की और संविधान में परिवर्तन करवाया. यह स्पेशल चाइल्ड की श्रेणी में आता है, जो साधारण बातचीत भी नहीं कर पाता. परंतु इसके सामाजिक कार्यों में सहभागिता की वजह से इसे 22 जनवरी को विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जायेगा. साथ ही 23 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी इनसे बातचीत भी करेंगे.
विज्ञान भवन में होगा समारोह
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह का आयोजन 22 जनवरी 2024 को विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा. पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President of India Droupadi Murmu) इन 19 असाधारण बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित करेंगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister, Shri Narendra Modi) 23 जनवरी को और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी 24 जनवरी को बच्चों के साथ बातचीत करेंगी.
