पापा मैं इंजीनियरिंग नहीं कर सकती’, कोटा में एक और सुसाइड
थी. छात्र की उम्र 17 से 18 साल थी. मृतक छात्र यूपी के मुरादाबाद जिले का रहने वाला था.
30 छात्रों ने की थी खुदकुशी
बता दें कि कोटा में बीते साल 2023 में 30 छात्रों ने परीक्षा और उसमें प्रदर्शन के दबाव को लेकर अपनी जान दे दी थी. इस साल खुदकुशी की ये दूसरी घटना है. इससे पहले 24 जनवरी 2024 को नीट के एक छात्र ने परीक्षा के डर से खुदकुशी कर ली थी.
सरकार ने हाल में दिए दिशा- निर्देश
कोचिंग संस्थानों की मनमानी को लेकर हाल में ही सरकार के द्वारा दिशा- निर्देश दिए गए हैं. कोटा में लगातार छात्रों के खुदकुशी के बाद शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में कोचिंग संस्थानों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए थे. इस दिशा निर्देश में 16 साल से कम उम्र के छात्रों का अब कोचिंग संस्थानों में दाखिला नहीं देने और अच्छे नंबर या रैंक दिलाने की गारंटी जैसे भ्रामक वादे न करने की हिदायत भी दी गई है.
कोचिंग सेंटर नियमो में पहले उल्लंघन के लिए 25 हजार रुपये, दूसरी बार 1 लाख रुपये और तीसरी बार अपराध के लिए रजिस्ट्रेशन केंसिल करने के साथ भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है. मेडिकल और इंजीनियरिंग की मुश्किल परिक्षाओं को पास करने के लिए छात्र बड़ी संख्या में राजस्थान के कोटा शहर जाते हैं. कोचिंग सेंटर्स के लिए सरकार की नई गाइडलाइंस जारी होने के बाद ज्यादातर 16 साल से कम उम्र के बच्चों को कोचिंग सेंटर्स में दाखिला देने से मना करने पर खुश नहीं थे.
