सदर अस्पताल में मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर, गोद में ही उठाकर इधर-उधर भटकते रहे परिजन
बीते 4 साल में बिहार में तीन बार सरकार बदल चुकी है, लेकिन व्यवस्थाओं का आलम वैसा का वैसा ही है. प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की वजह से स्वास्थ्य महकमा अभी तक सवालों के घेरे में है. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बेड, दवाईयों और स्टॉफ की कमी की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. अब बेगूसराय के सदर अस्पताल ने एक बार फिर से इसकी पोल खोल दी है. यहां इमरजेंसी मरीजों को स्ट्रेचर तक नसीब नहीं होता. दरअसल, बीती रात कुछ लोग एक घायल व्यक्ति को भर्ती कराने के लिए आए थे. अस्पताल प्रशासन की ओर से उनको स्ट्रेचर तक नहीं दिया गया. जिसके कारण परिजन अपने मरीज को पीठ पर लादकर ही इधर से उधर भटकते दिखे.
परिजनों को अपने मरीज को गोद में ही उठाकर अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो साफ देखा जा सकता है कि मरीज के परिजन गोद में उठाकर ही घायल व्यक्ति को अस्पताल के अंदर तक ले गए हैं. घायल की पहचान डंडारी थाना क्षेत्र के सिसौनी निवासी महेंद्र शर्मा के रूप में की गई है. परिजनों ने बताया कि महेंद्र शर्मा एवं सिसौनी के ही एक अन्य व्यक्ति विकास कुमार के बीच लंबे समय से जमीनी विवाद चल रहा था. बीती शाम को फिर से कहासुनी के बाद मारपीट हुई थी, जिसमें महेंद्र शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए. उसके बाद परिजन उन्हें लेकर जब सदर अस्पताल पहुंचे तो यहां भी उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. फिलहाल घायल महेंद्र शर्मा का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.
पिछले महीने अस्पताल में इलाज के दौरान एक लड़की की मौत होने पर तीमारदारों ने खूब हंगामा किया था. ये खबर भी काफी वायरल हुई थी. मृत लड़की की पहचान गढ़पुरा थाना क्षेत्र के सुजानपुर गांव के रहने वाले राजकुमार की पुत्री साक्षी कुमारी के रूप में की गई थी. मृतका के परिजनों ने बताया था कि साक्षी कुमारी को कमजोर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके शरीर में ब्लड (खून) की कमी बताई गई थी. अस्पताल में उसे सांस लेने की दिक्कत होने लगी थी. जब डॉक्टरों को बुलाया गया तो वह आए नहीं और उनके मरीज की मौत हो गई.