जेल से छोड़ने का लालच देकर महिला कैदी से दुष्कर्म, कारापाल और जमादार पर आरोप
खूंटी जेल में एक महिला कैदी के बलात्कार की घटना सामने आई है.घटना पर, महिला आयोग को एक लिखित आवेदन चुपके से जेल के अंदर से लिखकर भेजने की बात कही जा रही है. संजू कुमारी काल्पनिक नाम और उसकी मां अवैध रुप से गांजा तस्करी मामले में खूंटी जेल में बंद हैं. जो कि उक्त महिला का गर्भपात की खबर तो सत्य है पर ये सभी कोर्ट के आदेश पर ही हुआ था. एसडीओ सह जेल प्रभारी अधीक्षक अनिकेत सचान के अनुसार, ये खबर डेढ़ माह पहले की है. जो अफीम की अवैध खेती के मामले पर संजू लोहरा न्यायिक हिरासत में खूंटी जेल में बंद है. वह अविवाहित है और ये मामला कोर्ट में बंद है.
एसडीओ के अनुसार, उसके गर्भ का अबॉर्शन डेढ़ माह पहले हुआ है. जो कोर्ट के निर्देश मिलने पर हुआ जिसके गर्भ में एक डेढ़ माह का गर्भ था. लेकिन संजू के द्वारा 11 मई को महिला आयोग को लिखी पत्र के अनुसार, विगत एक माह से कारागार में प्रभारी कारापाल और जेल जमादार विनोद पाण्डेय के ऊपर जेल से रिहा करने के लिए बलात्कार करते रहने की बात कही गयी है. हालांकि एसडीओ सह प्रभारी जेल अधीक्षक अनिकेत सचान ने इस पर मामले के बारे पता करके बताने की बात कही है. एसडीओ ने बताया कि संजू के द्वारा कोर्ट को आवेदन देने पर गर्भपात कोर्ट के निर्देश पर हुआ था. अगर इधर बलात्कार का मामला है तो अभी छुट्टी पर हूं इस पर छुट्टी से लौटकर ही संज्ञान में लिया जाएगा.
इधर, इस मामले पर प्रभारी कारापाल सहजादा खान ने बताया कि संजू का गर्भपात तो हुआ है पर बलात्कार की घटना बेबुनियाद है. यह मेरे उपर झूठा आरोप है. उन्होंने बताया कि पिंकी कुमारी तोरपा थाना क्षेत्र के एनडीपीएस एक्ट में इस 7 फरवरी 2024 को जेल गई थी. एक मार्च 2024 को परमिशन मिलने के बाद 2 मार्च को सदर अस्पताल में एडमिट हुई थी और 06 मार्च को छुट्टी हो गई थी. जो सभी मामले पर आरोप झूठा है.