‘जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए संकल्पित होकर परिश्रम के साथ निरंतर कार्य करना आवश्यक है।
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए संकल्पित होकर परिश्रम के साथ निरंतर कार्य करना आवश्यक है। डॉक्टर रामस्वरूप महतो जैसे महापुरुषों का व्यक्तित्व और कृतित्व इसका जीता जागता प्रमाण है।’ यह उद्गार सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल बटहा के अध्यक्ष बिनोद कुमार ने विद्यालय सभागार में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किया।उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन , पुष्पार्चन एवं वंदना से किया गया। मीडिया प्रभारी विजयव्रत कंठ ने मंच संचालन करते हुए’ सपने होंगे सच पर मेहनत से न बच ‘ पंक्तियों के काव्यपाठ द्वारा लक्ष्यप्राप्ति हेतु प्रेरित किया।स्वागत अरविंद कुमार मेहता ने किया।विषय प्रवेश कराते हुए प्रधानाचार्य रामचंद्र मंडल ने विद्यालय की उपलब्धियों , शैक्षणिक एवं सह शैक्षणिक क्रियाकलापों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि छात्र छात्राओं के सर्वागीण विकास हेतु हरसंभव कोशिश जारी रहेगी। बतौर मुख्य अतिथि लोक शिक्षा समिति बेगूसराय विभाग निरीक्षक कृष्ण कुमार प्रसाद ने छात्र छात्राओं को पढलिखकर राष्ट्रहित में समर्पित होकर कार्य करने का आह्वान किया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कोषाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि आज के छात्र छात्राओं पर ही कल का भविष्य निर्भर करता है।अतएव इनके बेहतर प्रबंधन हेतु हम कृतसंकल्प हैं।इस अवसर पर उपस्थित अभिभावकों डॉक्टर कुमार अमित,कुमारी शिप्रा,कुमार विकास, कुमारी रुबि,रामभरोस महतो,वीणा कुमारी ,संजय कुमार, श्याम कुमार, उषा कुमारी,महादेव साहु,विनोद कुमार, वेद प्रकाश झा,श्याम कुमार यादव, रुकु कुमारी,रोशन कुमार, रिंकु झा के साथ साथ छात्र छात्राओं आदित्य, भाव्या भारती ,उपासना आदि ने शानदार परीक्षाफल पाने में विद्यालय के महत्वपूर्ण योगदान की भूरिभूरि प्रशंसा की। नब्बे प्रतिशत और इससे अधिक अंक प्राप्त कर उत्कृष्ट प्रतिभाप्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का सम्मान अंगवस्त्र,पुष्पगुच्छ ,रामचरितमानस प्रदान कर किया गया।संगीताचार्य तानिया दास के निर्देशन में छात्राओं श्रुति,शबनम,रिया,अनुष्का,अपराजिता आदि ने’ मन की वीणा से गुंजित’ स्वागतगीत से समां बांधा ।कार्यक्रम का समापन रामशंकर झा के द्वारा शांतिमंत्र से हुआ। मौके पर विद्यालय परिवार के अधिकांश सदस्य और छात्र छात्राएं मौजूद थे।
