हिंदू लड़कियों को मुसलमान ने प्रेमजाल में फंसाकर धकेल देते थे
कई हिंदू लड़कियां, जिन्हें 4 मुसलमान युवकों ने जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल दिया. ये 4 मुस्लिम युवक हिंदू बनकर हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाते थे. इसके लिए उनलोगों ने हिंदू नाम से आधार कार्ड भी बनवा रखे थे और अपनी गाड़ी पर हिंदू स्लोगन भी लिखवा रखे थे. पूर्णिया एसपी के निर्देश पर खुश्की बाग अब्दुल्ला नगर रेड लाइट एरिया में की गई छापेमारी में यह सब खुलासे हुए. छापेमारी में 27 महिलाएं और 6 पुरुष गिरफ्तार किए गए हैं, लेकिन मास्टरमाइंड को रेड की खबर पहले मिल चुकी थी और वह फरार हो गया. छापे के दौरान 11 नाबालिग लड़कियों को भी पुलिस ने इस धंधे से बाहर निकाला है.
पूर्णिया पुलिस का कहना है कि जिस्मफरोशी के धंधे को गुलजार करने के लिए ये चारों मुस्लिम युवकों ने अपना हिंदू नाम रखा हुआ था, ताकि आसानी से हिंदू लड़कियों को अपने जाल में फंसा सकें. समाज में किसी प्रकार की गलतफहमी ना हो, इसके लिए इनलोगों ने अपनी थार गाड़ी पर कई हिंदू स्लोगन भी लिखवा रखे थे. और तो और हिंदू नाम के आधार कार्ड भी बनवा लिए थे.
पुलिस का कहना है कि ये चारों युवक लड़कियों और महिलाओं की खरीद फरोख्त करने वाले दूसरे जिले के दलालों से 2 से 3 लाख में सौदा तय करते थे. लड़कियों की कीमत 4 से 5 लाख तक में तय होती थी. पुलिस ने जिन धंधेबाज़ों को गिरफ्तार किया है, उनमें मोहम्मद मौसम हिंदू नाम ऋषभ शाह, मोहम्मद रफी हिंदू नाम राजीव शाह आदि शामिल हैं. हालांकि, धंधे के मास्टरमाइंड आफताब खान उर्फ अंकित तिवारी को पुलिस रेड से 1 घंटे पहले भनक लग गई और वह भाग निकला.
पूर्णिया पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा की मानें तो आफताब खान उर्फ अंकित तिवारी की गिरफ्तारी से जिस्मफरोशी का बाजार बंद हो जाएगा. पुलिस आफताब खान की तलाश में छापेमारी कर रही है. वहीं सभी नाबालिग लड़कियों का मेडिकल कराकर उन्हें महिला पुनर्वास केंद्र भेज दिया गया है. पूर्णिया एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अब्दुल्ला नगर में सेक्स रैकेट चल रहा है.
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जब छापेमारी की तो 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है. उन्होंने बताया कि नाबालिगों की काउंसिलिंग भी कराई जा रही है. छापेमारी के दौरान हिरासत में ली गईं महिलाओं का आधार कार्ड से मिलान करवाया जा रहा है.
