भारत का सीईआरटी-इनः चौबीसों घंटे सुरक्षा सेवाओं के साथ साइबरस्पेस की सुरक्षा करता है
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के तहत भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी-इन) को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 70बी के तहत घटना प्रतिक्रिया के लिए राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में कार्य करने के लिए नामित किया गया है। सीईआरटी-इन रिपोर्ट की गई साइबर सुरक्षा घटनाओं पर समय पर प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए 24×7 घटना प्रतिक्रिया हेल्प डेस्क संचालित करता है। सीईआरटी-इन घटना रोधक और प्रतिक्रिया सेवाओं के साथ-साथ सुरक्षा गुणवत्ता प्रबंधन सेवाएं भी प्रदान करता है।
सीईआरटी-इन नियमित रूप से साइबर सुरक्षा खतरों से यूजर्स को बचाने के लिए साइबर सुरक्षा सर्वोत्तम पद्धतियों के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता संबंधी कार्यकलाप कर रहा है। सीईआरटी-इन देश भर में साइबर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए नियमित आधार पर अपनी वेबसाइट एवं सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से जागरूकता संबंधी पुस्तिकाएं और पोस्टर भी जारी करता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, सीईआरटी-इन ने “महिला सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा पुस्तिका” जारी की है, जो देश भर में महिलाओं को आवश्यक साइबर स्वच्छता पद्धतियों के साथ सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक व्यापक मार्गदर्शिका है। इस पुस्तिका में वे सर्वोत्तम पद्धतियां बताई गई हैं जिन्हें अपनाकर महिलाएं अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को सुरक्षित रख सकती हैं और आज की डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकती हैं।
पुस्तिका को नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके पढ़ा जा सकता है
https://www.cert-in.org.in/PDF/Mahila_Suraksha_Booklet25.pdf
सीईआरटी-इन के बारे में
भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक कार्यात्मक संगठन सीईआरटी-इन, घटना की रोकथाम, प्रतिक्रिया सेवाएं और सुरक्षा गुणवत्ता प्रबंधन प्रदान करके भारतीय साइबरस्पेस को सुरक्षित करने के लिए उत्तरदायी है। भारत के साइबरस्पेस को सक्रिय रूप से सुरक्षित करने की दृष्टि से, इसका मिशन सक्रिय उपायों और प्रभावी सहयोग के माध्यम से भारत के संचार और सूचना बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को बढ़ाना है। सीईआरटी-इन साइबर हमलों को रोकने, क्षति और रिकवरी टाइम को कम करने के लिए घटनाओं पर प्रतिक्रिया देने और नागरिकों के बीच साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है। सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 के तहत राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में नामित, सीईआरटी-इन साइबर घटना की जानकारी एकत्र करने, उसका विश्लेषण करने और उसका प्रसार करने, पूर्वानुमान और अलर्ट जारी करने, आपातकालीन प्रतिक्रिया उपायों को लागू करने तथा राष्ट्रीय साइबर घटना प्रतिक्रिया गतिविधियों का समन्वय करने जैसे प्रमुख कार्य करता है।
