पोषण ट्रैकर के चेहरा पहचान प्रणाली(FRS )में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एवं FRS में बेहतर कार्य करने वाले को डीएम ने पुरस्कृत किया
**पोषण ट्रैकर के चेहरा पहचान प्रणाली(FRS )में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एवं FRS में बेहतर कार्य करने के लिए श्रीमती प्रभा रानी , बाल विकास परियोजना पदाधिकारी हायाघाट,श्रीमती रूमा कुमारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी बहादुरपुर, श्रीमती अर्चना कुमारी ,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी जाले को जिला पदाधिकारी, दरभंगा के द्वारा बिहार में क्रमशः प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसके पूर्व निदेशक आई. सी. डी. एस. के द्वारा भी इन तीनों पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था।
“यह तकनीक और मानव प्रयासों का एक आदर्श समन्वय है, जो समाज के कमजोर वर्गों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद कर रहा है।”
**चेहरा पहचान प्रणाली (FRS) का महत्व**
पोषण ट्रैकर में FRS का उपयोग लाभार्थियों की पहचान को सुनिश्चित करने और टेक होम राशन वितरण में पारदर्शिता लाने में क्रांतिकारी साबित हो रहा है। यह तकनीक लाभार्थियों के डेटा को सटीक रूप से रिकॉर्ड करती है, जिससे डुप्लिकेशन और अनियमितताओं की संभावना समाप्त होती है।
